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मंटौक्स परीक्षण (Mantoux test) के लिए व्यापक गाइड: प्रक्रिया, व्याख्या और महत्व

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तपेदिक (टीबी) एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, विशेष रूप से भारत जैसे देशों में। टीबी के निदान के लिए मंटूक्स परीक्षण एक प्रमुख उपकरण है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम मंटूक्स परीक्षण के उद्देश्य, प्रक्रिया और व्याख्या की विस्तृत जानकारी देंगे। यह मार्गदर्शिका उन लोगों के लिए उपयोगी है जो इस महत्वपूर्ण निदान परीक्षण को बेहतर तरीके से समझना चाहते हैं।

मंटूक्स परीक्षण क्या है?

मंटूक्स परीक्षण एक त्वचीय परीक्षण है जिसका उपयोग तपेदिक (टीबी) का निदान करने के लिए किया जाता है। इसे सबसे पहले चाल्स मंटू द्वारा 1907 में विकसित किया गया था और यह आज भी टीबी के निदान का प्रमुख तरीका है। इस परीक्षण में टीबी बैक्टीरिया से संबंधित प्रोटीन (ट्युबर्कुलिन) को त्वचा में इंजेक्ट किया जाता है।

मंटूक्स परीक्षण का महत्व

तपेदिक एक संक्रामक रोग है जो प्रमुख रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है, लेकिन यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है। टीबी का जल्दी निदान और उपचार आवश्यक है क्योंकि यह रोग गंभीर हो सकता है और इसके परिणामस्वरूप मृत्यु भी हो सकती है। मंटूक्स परीक्षण टीबी के संक्रमण का जल्दी पता लगाने में मदद करता है, जिससे उपचार जल्दी शुरू किया जा सकता है।

 

मंटूक्स परीक्षण की प्रक्रिया

 

तैयारी

मंटूक्स परीक्षण के लिए किसी विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं होती। मरीज अपनी सामान्य गतिविधियों को जारी रख सकते हैं।

इंजेक्शन

स्वास्थ्य कर्मी मरीज की त्वचा की सतह को साफ करता है और फिर एक छोटी सुई के माध्यम से ट्युबर्कुलिन का इंजेक्शन देता है। यह इंजेक्शन आमतौर पर फोरआर्म (कलाई) की त्वचा में दिया जाता है।

निरीक्षण

इंजेक्शन देने के बाद मरीज को 48 से 72 घंटों के बीच परीक्षण स्थल पर लौटने के लिए कहा जाता है। इस दौरान त्वचा पर उभार (इंडुरेशन) की जाँच की जाती है।

 

मंटूक्स परीक्षण की व्याख्या

 

नकारात्मक परिणाम

यदि परीक्षण स्थल पर कोई विशेष उभार नहीं होता या उभार 5 मिलीमीटर से कम होता है, तो इसे नकारात्मक परिणाम माना जाता है। इसका मतलब यह है कि व्यक्ति को टीबी संक्रमण नहीं है या उसकी इम्यून सिस्टम ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।

 

सकारात्मक परिणाम

अगर उभार 5 मिलीमीटर या उससे अधिक होता है, तो इसे सकारात्मक परिणाम माना जाता है। परिणाम की व्याख्या निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करती है:

  • व्यक्ति का टीबी के संपर्क में आने का इतिहास
  • पहले का टीबी संक्रमण
  • इम्यून सिस्टम की स्थिति
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मंटूक्स परीक्षण की व्याख्या को प्रभावित करने वाले कारक

 

बीसीजी टीकाकरण

भारत में कई लोगों को बचपन में बीसीजी का टीका लगाया जाता है, जो टीबी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। बीसीजी का टीका लगवाने वालों में मंटूक्स परीक्षण सकारात्मक परिणाम दे सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि व्यक्ति को सक्रिय टीबी है। इस स्थिति में, डॉक्टर अन्य परीक्षणों की सलाह दे सकते हैं।

 

इम्यून सिस्टम की स्थिति

यदि किसी व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर है, जैसे कि एचआईवी पॉजिटिव या अन्य इम्यूनो-सप्रेसिव बीमारियों के कारण, तो मंटूक्स परीक्षण का परिणाम कम उभार दिखा सकता है। यह स्थिति टीबी के सही निदान को प्रभावित कर सकती है।

अन्य संक्रमण

कभी-कभी अन्य बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण भी मंटूक्स परीक्षण के परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे मामलों में, डॉक्टर विस्तृत चिकित्सा इतिहास और अन्य डायग्नोस्टिक परीक्षणों का सहारा लेते हैं।

 

मंटूक्स परीक्षण के लाभ और सीमाएं

 

लाभ

  • सरलता: मंटूक्स परीक्षण एक सरल और न्यूनतम इनवेसिव प्रक्रिया है।
  • कम लागत: इस परीक्षण की लागत कम होती है, जिससे यह व्यापक रूप से उपलब्ध है।
  • जल्दी पता लगाना: यह परीक्षण टीबी संक्रमण का जल्दी पता लगाने में मदद करता है, जिससे समय पर उपचार शुरू किया जा सकता है।

सीमाएं

  • गलत सकारात्मक परिणाम: बीसीजी टीकाकरण और अन्य माइकोबैक्टीरियम संक्रमण के कारण गलत सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
  • गलत नकारात्मक परिणाम: कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों में गलत नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।
  • अतिरिक्त परीक्षण की आवश्यकता: मंटूक्स परीक्षण केवल टीबी संक्रमण का संकेत देता है। सक्रिय टीबी की पुष्टि के लिए अन्य परीक्षणों की आवश्यकता होती है, जैसे कि चेस्ट एक्स-रे या स्पूटम टेस्ट।

 

मंटूक्स परीक्षण के बाद देखभाल

 

परीक्षण स्थल की देखभाल

मंटूक्स परीक्षण के बाद, मरीज को परीक्षण स्थल की उचित देखभाल करनी चाहिए। परीक्षण स्थल को साफ और सूखा रखें और किसी भी तरह के लोशन या क्रीम का उपयोग न करें।

 

परिणाम की जाँच

परीक्षण के बाद, मरीज को 48 से 72 घंटों के बीच डॉक्टर के पास वापस जाकर परिणाम की जाँच करानी चाहिए। इस दौरान त्वचा पर उभार की जाँच की जाती है और डॉक्टर इसे मापते हैं।

 

डॉक्टर से परामर्श

परीक्षण के परिणाम के आधार पर, डॉक्टर आगे की जांच और उपचार की सलाह देते हैं। अगर परिणाम सकारात्मक होता है, तो डॉक्टर अन्य डायग्नोस्टिक टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं।

 

मंटूक्स परीक्षण के विकल्प

 

आईजीआरए (इंटरफेरॉन-गामा रिलीज एसेज)

आईजीआरए एक ब्लड टेस्ट है जो टीबी संक्रमण का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण मंटूक्स परीक्षण की तुलना में अधिक सटीक होता है और बीसीजी वैक्सीनेशन के कारण होने वाले गलत सकारात्मक परिणामों से बचने में मदद करता है।

 

चेस्ट एक्स-रे

चेस्ट एक्स-रे का उपयोग फेफड़ों में टीबी संक्रमण की जांच के लिए किया जाता है। यह परीक्षण टीबी के सक्रिय संक्रमण का पता लगाने में मदद करता है।

 

स्पूटम कल्चर

स्पूटम कल्चर परीक्षण में मरीज के बलगम के नमूने की जांच की जाती है ताकि टीबी बैक्टीरिया की उपस्थिति की पुष्टि की जा सके। यह परीक्षण टीबी के सक्रिय संक्रमण का निदान करने के लिए महत्वपूर्ण है।

 

मंटूक्स परीक्षण के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

 

Q.1. क्या मंटूक्स परीक्षण दर्दनाक है?

ANS. मंटूक्स परीक्षण के दौरान हल्की चुभन होती है, लेकिन इसे दर्दनाक नहीं माना जाता। इंजेक्शन के बाद थोड़ी सूजन और खुजली हो सकती है।

 

Q.2. मंटूक्स परीक्षण के परिणाम कब मिलते हैं?

ANS.मंटूक्स परीक्षण का परिणाम 48 से 72 घंटों के भीतर मिलता है। इस समयावधि के बाद त्वचा पर उभार की जाँच की जाती है।

 

Q.3. मंटूक्स परीक्षण के बाद किसी विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है?

ANS.मंटूक्स परीक्षण के बाद किसी विशेष देखभाल की आवश्यकता नहीं होती। परीक्षण स्थल को साफ और सूखा रखें और किसी भी तरह के लोशन या क्रीम का उपयोग न करें।

 

Q.4.क्या मंटूक्स परीक्षण सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है?

हां, मंटूक्स परीक्षण सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है। हालांकि, बच्चों और इम्यूनो-सप्रेस्ड व्यक्तियों में परिणाम की व्याख्या में सावधानी बरती जानी चाहिए।

 

निष्कर्ष

मंटूक्स परीक्षण तपेदिक (टीबी) के निदान के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह एक सरल, सस्ता और व्यापक रूप से उपलब्ध परीक्षण है जो टीबी संक्रमण का जल्दी पता लगाने में मदद करता है। हालांकि इसके कुछ सीमाएं हैं, जैसे कि गलत सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम, लेकिन अन्य डायग्नोस्टिक परीक्षणों के साथ मिलकर इसका उपयोग करके टीबी का सही निदान किया जा सकता है। मंटूक्स परीक्षण के परिणाम की व्याख्या और आगे की जांच के लिए डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है।

तपेदिक एक गंभीर बीमारी है, और इसका समय पर निदान और उपचार बहुत महत्वपूर्ण है। मंटूक्स परीक्षण इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो टीबी के खिलाफ लड़ाई में मदद करता है। अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को टीबी के लक्षण दिखें, तो तुरंत मंटूक्स परीक्षण कराएं और उचित उपचार शुरू करें।

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